प्रायद्वीपीय पठार का वर्णन कीजिए praydwipiya pathar ka varnan kijiye
दोस्तों इस लेख में हमने प्रायद्वीपीय पठार का वर्णन कीजिए praydwipiya pathar ka varnan kijiye से सम्बंधित जानकारी को आपके सामने रखा है इस लेख में आप प्रायद्वीपीय पठार की सभी जानकारी को हम इस लेख में देखेंगे . यह लेख परीक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है आप एक बार जरुर इसका अध्ययन करेप्रायद्वीपीय पठार
प्रायद्वीपीय पठार भारत की आंतरिक पहाड़ियों में सतपुड़ा पर्वतमाला प्रमुख है जो राजापिपलिया महादेव तथा मेकाल पर्वत श्रेणियां का एक समूह माना जाता है सतपुड़ा एक ब्लॉक पर्वत है जो नर्मदा वह ताप्ती घाटियों के मध्य स्थित है महादेव पहाड़ी का सर्वोच्च शिखर धुपगढ़ 1350 मीटर है सतपुड़ा का सर्वोच्च शिखर है आंतरिक पहाड़ियों में दूसरी पर्वतमाला विंध्याचल पर्वत श्रेणी है जो विंध्याचल भंडार की मूर्ति तथा पारसनाथ की पहाड़ियों का समूह माना जाता है।
प्रायद्वीपीय पठार भारत के छोटे-छोटे पठार में भी फैला हुआ है
1;- दक्कन का पठार
2;- मालवा का पठार
3;- बुंदेलखंड का पठार
4;- बघेलखंड का पठार
5;- छोटा नागपुर का पठार
6;- तेलंगाना का पठार
7;- मेघालय का पठार
8;- कर्नाटक का पठार
दंडकरनीय का पठार
- भारत की आंतरिक पहाड़ी सतपुड़ा पर्वत माला है
- यहा पर राजपिप्लिया की पहाड़ी है
- यहा पर महादेव की पहाड़ी है
- यहा पर मेकाल पर्वत भी है
- सतपुड़ा को एक ब्लोक पर्वत भी माना जाता है
- यह पर्वत नर्मदा और ताप्ती घाटियों के मध्य में है
- धुपगढ़ पर्वत सर्वोच्च शिखर 1350 मीटर है
- दूसरी पर्वत माला विन्ध्याचल पर्वत माला है
दक्कन का पठार
सतपुड़ा श्रेणी के दक्षिण में स्थित प्रायद्वीपीय पठार को दक्कन का पठार कहा जाता है इसको महाराष्ट्र पठार भी कहते हैं यह पठार पूर्वी तथा पश्चिमी घाट सतपुड़ा में मेकाल तथा राजमहल की पहाड़ियों के मध्य लगभग 7 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है इसके अंतर्गत राज्य आते है यह बेसाल्ट चट्टानों से बना हुआ है।
- मध्य प्रदेश,
- छत्तीसगढ़ ,
- महाराष्ट्र
- गुजरात,
- कर्नाटक,
- आंध्र प्रदेश
छोटा नागपुर का पठार
छोटा नागपुर का पठार यह पठार झारखंड राज्य के पलामू धनबाद हजारीबाग रांची जिले में फैला हुआ है । यह महानदी ,सोन , स्वर्ण रेखा , दामोदर इस पठार की महत्वपूर्ण नदी है ।
राजमहल की पहाड़ियां इस पठार की उत्तर सीमा बनाती है यह पठार कई भागों में बटा हुआ है
- हजारीबाग का पठार
- कोडरमा का पठार
- रांची का पठार
- बॉक्साइट ,
- अभ्रक,
- कोयला
मेघालय का पठार
यहां की चट्टानें छोटा नागपुर के पठार की चट्टानें जैसी होती है इस पठार के पश्चिम में गोरा की पहाड़ियां तथा पूर्वी सिरे पर खासी जयंतिया एवं मिकिर की पहाड़ियां फैली हुई है।
इस पठार का निर्माण कैंपियन पूर्व की ग्रेनाइट की चट्टानों से हुआ है कालांतर में इनके ऊपर की चट्टानों के निक्षेप फैल गए हैं यहीं पर भारत का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान चेरापूंजी जो मसिंराम में है वह भी यही है
तेलंगाना का पठार
- यह पठार प्रायद्वीपीय भारत का लगभग समतल भाग है
- जिसे गोदावरी नदी के दो भागों में बांट दिया गया है
- तेलंगाना का पठार तथा रॉयल सीमा का पठार इस क्षेत्र को केंद्रीय काल की ग्रेनाइट व निज की चट्टाने पाई जाती है
- उत्तरी भाग पहाड़िया विशेषता वाला है तथा वनों से ढका हुआ है
- दक्षिण में स्थित सीमा वाला भाग एक समतल भूमि है
कर्नाटक का पठार
- यह पठार कर्नाटक तथा केरल के कुछ भागों में फैला हुआ है
- यह अत्यधिक विच्छेद है इसका उत्तर भाग एक उच्च भूमि का चौड़ा पठार है
- जहां कृष्ण और तुक्बंद्रा नदिया प्रवाहित होती है
- जबकि इसके दक्षिण भाग को मैसूर का पठार कहते हैं
इस पठार की दक्षिणी सीमा नीलगिरी की पहाड़ियां बनती है भारत का प्रसिद्ध लोह अयस्क क्षेत्र बाबा बुदन की पहाड़ियां पठार में स्थित है।
दंड कारणीय का पठार
दंड कारणीय का पठार इसका विस्तार उड़ीसा छत्तीसगढ़ तथा आंध्र प्रदेश में फैला हुआ है यह एक विषम पठार है जिसके उत्तरी भाग को दंड कारणीय उच्च भूमि तथा दक्षिण भाग को दंड कारणीय घाट कहा जाता है।
प्रायद्वी भारत से सम्बंधित जानकारी आपके सामने रखी है यह लेख आपको सभी प्रतियोगिता परीक्षा में मदद करेगा प्रायद्वीपीय पठार का वर्णन कीजिए praydwipiya pathar ka varnan kijiye प्रायद्वीपीय पठार UPSC प्रायद्वीपीय पठार कहां से कहां तक फैला है प्रायद्वीपीय पठार से सम्बंधित जानकारी को देखेंगे .
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