गंगा नदी के किनारे बसे पवित्र तीर्थ स्थल ganga nadi par base tirth sthal kahan hai
गंगा नदी धार्मिक नदी
गंगा नदी एक धार्मिक नदी है और अनेक धर्म ग्रंथो से जुड़ी हुई है गंगा नदी को माता तुल्य पूजनीय माना जाता है गंगा नदी अपने उदगमन से लेकर समापन तक अनेक राज्य और नगर में बहती है अपने बहाने के कारण वह ऐसे पवित्र स्थल को उत्पन्न करती है जिसके कारण उसे पूजनीय माना जाता है
1;- गंगा नदी का पहला स्थल
- गंगोत्री
- उत्तरकाशी
- देवप्रयाग
- ऋषिकेश
- हरिदुवर
गंगोत्री धाम
पर्यटन की दृष्टि से चार धाम बद्रीनाथ, केदारनाथ , गंगोत्री , और यमुनोत्री, में से एक धाम गंगोत्री है यह उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी जिले के अंतर्गत आता है। गंगोत्री उत्तरकाशी से मात्र 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह स्थान गंगा नदी का उद्गम स्थान भी माना जाता है जहां गोमुख ग्लेशियर से भागीरथी नदी निकलती है गंगोत्री से 18 से 20 किलोमीटर आगे चलकर बहती है गंगा नदी का प्रमुख मंदिर यहां पर प्रसिद्ध है
उत्तरकाशी स्थल
उत्तरकाशी से उत्तर की तरफ लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर उत्तरकाशी शहर बसा हुआ है यह धार्मिक नगरी और हिल स्टेशन माना जाता है यह शहर भागीरथी नदी के तट पर स्थित एक प्राकृतिक और शांत सुंदर और स्वच्छ नगर माना जाता है यहां अनेक देवी देवता और ऋषियों का मंदिर बना हुआ है यहां के प्रमुख मंदिरों में विश्वनाथ मंदिर प्रसिद्ध है।
देवप्रयाग स्थल
भागीरथी और अलकनंदा दोनों नदियों का संगम स्थल देवप्रयाग को माना जाता है और यही से संयुक्त धारा के रूप में गंगा नदी का उद्गम भी होता है हिंदू धर्म में यह स्थल बहुत ही पवित्र और तीर्थ स्थल माना जाता है यह प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण नगर भी माना जाता है।
देवप्रयाग संगम स्थल माना जाता है जो टिहरी जिले के अंतर्गत आता है यहां पर रघुनाथ मंदिर प्रसिद्ध है पांच प्रयागों में सर्वश्रेष्ठ प्रयाग माना जाता है इसीलिए इसे देवप्रयाग कहा गया है।
ऋषिकेश स्थान
गंगा नदी के तट पर बसा हुआ या धार्मिक स्थल देहरादून जिले के अंतर्गत आता है ऋषिकेश हरिद्वार जिले में नहीं बल्कि देहरादून जिले के अंतर्गत माना जाता है। भैया हरिद्वार से 25 26 किलोमीटर दूर जबकि देहरादून से लगभग 45 किलोमीटर दूर है लेकिन जिला देहरादून ही माना जाता है यहां पर राम झूला लक्ष्मण झूला रिवर राफ्टिंग गीता भवन शांतिकुंज आदि दार्शनिक स्थल माने जाते हैं।
हरिद्वार स्थल
गंगा नदी हरिद्वार से ही मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है देहरादून के बाद हरिद्वार सबसे बड़ा शहर माना जाता है गंगा नदी के टटका यहां पर नीलकंठ महादेव गंगा माता भारत माता मनसा देवी चंडी देवी का दर्शनीय स्थल मुख्य रूप से दिखाई देता है इस कुंभ नगरी भी कहा जाता है क्योंकि 12 वर्ष का कुंभ और 6 वर्ष वाला अर्ध कुंभ भी यहीं पर लगता है इसे मंदिरों की नगरी भी कहा गया है।
2;- दूसरा राज्य उत्तर प्रदेश
- प्रयागराज इलाहबाद
- वाराणसी
- जमानिया स्थल
प्रयागराज इलाहाबाद
प्रयागराज एक ऐसा स्थान माना जाता है जहां पर गंगा यमुना और सरस्वती नदी का संगम माना जाता है सरस्वती नदी अब अदृश्य नदी हो गई है यहां पर अर्थ कुंभ मेला आयोजित होता है यहां पर प्रसिद्ध मंदिरों में हनुमान जी अक्षय वट अकबर का किला सिविल लाइन आनंद भवन दूसरों भाग संग्रहालय शिवकुटी आश्रम मुकता बसे हुए हैं।
वाराणसी स्थल
वाराणसी नाम पढ़ने का मुख्य कारण यह है कि वरुणा नदी और यहां पर अस्सी घाट के मध्य में बस या नगर वाराणसी नगर कहलाता है यह शिव नगरी के नाम से भी जाना जाता है जो गंगा नदी के बाएं तट पर बसा हुआ है इसका प्राचीन नाम काशी है यह भोले बाबा की नगरी मानी जाती है ।
यहां पर बाबा विश्वनाथ मंदिर नया विश्वनाथ मंदिर मानस मंदिर दुर्गाकुंड मंदिर संकट मोचन मंदिर मार्कंडेय मंदिर सारनाथ रामनगर का किला संग्रहालय वाराणसी के घाट आदि घूमने के स्थल माने जाते हैं
जमानिया स्थल
गंगा के उत्तर वाहिनी तट पर बसा हुआ गाजीपुर जिले के अंतर्गत आने वाला जमानिया स्थल भी बहुत प्रसिद्ध और प्राचीन स्थल के रूप में माना जाता है यहां पर आलेख पक्के और कच्चे घाट बने हुए हैं यहां पर जगमतगीरी ऋषि का मंदिर परशुराम मंदिर सम्राट अशोक के द्वारा बनाए गए लात यह प्रमुख देखने को मिलता है
3;- तीसरा राज्य बिहार
- बक्सर
- पटना
- सुल्तानगंज
बक्सर जिला
गंगा नदी के किनारे स्थित बक्सर जिला का वर्णन रामायण में भी किया गया है यहीं पर प्रभु राम और लक्ष्मण शिक्षा ग्रहण की थी और यहीं पर तड़का नामक असुर का वध भी किया गया था बक्सर का युद्ध और चौसा का युद्ध भारतीय इतिहास के लिए प्रसिद्ध भूमि मानी जाती है।
पटना शहर
यह बिहार की राजधानी मानी जाती है गंगा नदी पर के तट पर बस अति प्राचीन नगर है
पटना शहर का नाम पाटन देवी के नाम पर पड़ा था और अनेक इतिहासकारों ने इसका नाम शेरशाह सूरी के नाम पर भी रखा गया है यह माना जाता है पटना का अति प्राचीन नगर पाटलिपुत्र है जो शिक्षा का केंद्र बिंदु भी माना जाता है यह हरियाक वंश के राजा उदयीन आजाद शत्रु के पुत्र ने बसाया था। यहां पर तारामंडल गोलघर कुम्हार की सभ्यता महावीर मंदिर पाटन देवी मंदिर संजय गांधी चिड़ियाघर वृद्ध पार्क गांधी मैदान पटना साहिब गुरुद्वारा संग्रहालय आदि स्थल महत्वपूर्ण है
सुल्तानगंज
भागलपुर जिले के अंतर्गत आने वाला यह छोटा और प्राचीन नगर है यह उत्तर वाहिनी गंगा के तट पर बस हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के तीर्थ स्थल के रूप में माना जाता है यहां पर भोलेनाथ बाबा का प्राचीन मंदिर का जग बिन नाथ मंदिर और बौद्ध स्तूप के अवशेष दिखाई देते हैं
4;- झारखंड राज्य
साहिबगंज
झारखंड राज्य का एकमात्र शहर साहिबगंज जो गंगा नदी के तट पर बसा है यह राजमहल की प्रसिद्ध पहाड़ियां प्रसिद्ध है क्योंकि उसे पर प्राकृतिक झरने दिखाई देते हैं
5;- पश्चिम बंगाल राज्य
गंगासागर
गंगासागर एक ऐसा तीर्थ स्थान या तीर्थ यात्रा मानी जाती है जो सभी तीर्थ में सर्वोपरि है गंगासागर एक प्रमुख तीर्थ नगर या तीर्थ सागर माना जाता है या संगम वाले स्थान पर प्रसिद्ध तीर्थ नगरी है यहां पर कपिल मुनि का मंदिर और आश्रम है मकर संक्रांति के समय यहां पर एक माह का प्रसिद्ध मेला भी लगता है।
दोस्तों इस लेख में हमने आपके लिए गंगा नदी के किनारे base महत्वपूर्ण नगर की जानकारी आपके सामने रखा है इस लेख में गंगा नदी के किनारे बसे पवित्र तीर्थ स्थल ganga nadi par base tirth sthal kahan hai गंगा नदी के किनारे बसे शहरों के नाम ganga kinare base shahar तीर्थ स्थल से सम्बंधित जानकारी आपके सामने राखी है .
0 Comments